पोखरी मेला: अल्मोडा के कलाकारों कलाकार नाम रही दूसरी सास्कृतिक संध्या

 

चमोली जिले के पोखरी में 17वें हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या विहार सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था अल्मोड़ा संस्थाओं के नाम रही।
कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियों में गढ़-कुमाऊंनी लोक परंपरा, देश प्रेम, सैन्य भावना, यहां की सुहानी ऋतुओं, वीर नारियों की गाथा, देव स्तुतियों और खुदेड़ गीतों की मार्मिक झलक दिखाई । शुक्रवार देर रात तक चली सांस्कृतिक संध्या में विहार सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था अल्मोड़ा संस्थाओं ने ईष्ट और कुल देवी बारही माता पूजन, बारामासा, झुमैलो, युग्ल नृत्य, छपेली नृत्य, घस्यारी नृत्य आदि परंपरागत लोक नृत्य प्रस्तुत किए।
गीत की मार्मिक प्रस्तुति दिखाई दी तो दर्शक दीर्घा तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भाव विभोर हो उठी। इसके बाद और गायक कमलेश कुमार एवं गायिका जानकी ने जागरों और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें जय माता बारही.. , घास कटलों जो ते ऊंचा डाढ़ों मा, हाई बिमला झूम -झूम, बुडे पाको बारमासो.., ओ भीना कसिकै जानू द्वार हट,आई हाई लाल चुनरी में.. प्रस्तुति की दशकों ने जमकर सराहना की,
नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने कलाकारों की सराहना करते हुए फूल माला और स्मृति चिन्ह देकर स्मानित किया।
इस अवसर पर सांस्कृतिक संस्था अल्मोड़ा की अध्यक्ष ममता वाणी भट्ट सचिव देवेंद्र भट्ट पूजा विष्ट प्रियंका, दिव्या मनोज चम्याल,आदी कार्तिक ,नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत, डॉ आशिफ अल्वी, डॉ गरिमा, रमेश चौधरी, मयंक पंत, उपेन्द्र सती, मंदोदरी पंत, सहित तमाम लोग मौजूद थे।