भगवान भावना व प्रेम के भूखे है: आचार्य ममगाई

 

God is hungry for emotion and love: Acharya Mamgai

कण्डारा गांव में गैराला परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन प्रसिद्ध कथावाचक जोतिषपीठ व्यास पद से अलंकृत आचार्य शिव प्रसाद मंमगाई ने भगवान श्रीकृष्ण की अनेकानेक बाल लीलाओं का सुन्दर वर्णन किया। इस दौरान उन्होने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या व गौ हत्या जब तक होती रहेगी तब तक धर्म की हानि होती रहेगी।
शराब समाज के लिए अभिशाप है,इसका समाजिक बहिष्कार करना चाहिए।


भगवान भाव के भूखे होते है,प्रेम से भगवान को भजने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है। ममता व अहमता की दूरी मिटने पर ही भगवान को बांधा जा सकता है।
संगीतमय कथा के दौरान “रास रच्यो है वृन्दावन में रास रच्यो है” समेत अनेक सुन्दर भजनों से कथा पांडाल में मौजूद भक्त भावविभोर हो गये।
इस दौरान महामंत्री चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी, बीजेपी की पूर्व महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शकुन्तला जगवाण, समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।