रामजन्मभूमि अयोध्या को तीरंदाजी का हब बनाने की कवायद शुरू

 

 

Efforts started to make Ramjanmabhoomi Ayodhya a hub of archery

अयोध्याःविविधता में एकता भारत की पहचान है। इस विविधता की एक झलक अखिलकोटि ब्रहमाणड के नायक सर्वश्रेष्ठ धर्नुधर भगवान राम की पावन जन्म स्थली अयोध्या में देखने को मिली जहां भारत के प्रत्येक राज्य से एनटीपीसी सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता में 840 तीरंदाजों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। एनटीपीसी राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन भागवान राम की पवित्र जन्मस्थली अयोध्या में 24 से 30 नवंम्बर को आयोजित किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्धाटन केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा ने पुज्य स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज के नेतृत्व में आयोजित हवन के साथ किया। इस प्रतियोगिता के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संध के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्य सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी,महासचिव अजेय गुप्ता,कोषाध्यक्ष अरूण जिंदल,संयुक्त सचिव योगेन्द्र सिंह राणा समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। एनटीपीसी राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय तीरंदाजी संध व उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संध के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था।
पहली बार राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता के दौरान 30 वीं इण्डियन राउण्ड,43 वीं रिकर्व व 19 कम्पाउंण्ड राउण्ड की प्रतियोगितायें एक साथ एक प्लेटफॉम पर आयोजित की गई। देश के प्रत्येक राज्य से पधारे तीरंदाज खिलाडियों के साथ 250 से अधिक सहायक अधिकारियों मैनेजरों कोचों ने इस आयोजन में सिरकत की।


इस खेल प्रतियोगिता के शानदार आयोजन पर खिलाडियों ने भी आयोजकों की तारीफ की वही आयोजकों ने भारतीय तीरंदाजी संघ व प्रदेश सरकार का आभार जताया। तीरंदाजी की इस खेल प्रतियोगिता के आयोजन के बाद भगवान राम की नगर अयोध्या को तीरंदाजी के हब के रूप में विकसित करने की मांग उठने लगी। तीरंदाजी खेल को सनातन धर्म के सबसे बडे़ आराध्य देव भगवान राम से जोड़ा जाता है। क्योंकि यह खेल सनातन धर्म में महाभारत व रामायण काल से चल रहा है। इस लिए भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को तीरंदाजी के हब के रूप में विकसित किये जाने को लेकर मांग उठना जायज है। जिस पर आयोजकों ने सहमति जताते हुऐ इस कार्य पर ठोस पहल करने की कवायद शुरू करने का संकल्प लिया है।


वही भारतीय तीरंदाजी संध के कोषाध्यक्ष, राजेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि इस तरह कि खेल प्रतियोगिताओं से खिलाडियों को आगे बढ़ने का बड़ा मौका मिलता है। पहली बार तीन प्रकार की तीरंदाजी प्रतियोगिता से खिलाडियों को न सिंर्फ बहुत कुछ सीखने को मिला है बल्कि यह खेल प्रतियोगिता खिलाडियों को ऑलम्पिक समेत बड़ी खेल प्रतियोंगिताआंे के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करेगी।
इस राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता का फाईनल मैच अयोध्या स्थित सरयु नदी के तट राम की पैड़ी पर आयोजित किया कार्यक्रम में सूबे के कृषि,कृषि शिक्षा मंत्री सुर्य प्रसाद शाही ने सिरकत की और पदक विजेता खिलाडियों को पदक प्रदान किये। इस दौरान उन्होने इस खेल प्रतियोगिता के लिए सभी आयोजकों का आभार व्यक्त किया। वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीडियों के माध्यम से आयोजकों व खिलाडियों को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी व हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के सफलतम आयोजन पर उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया उन्होने कहा कि भगवान राम की इस पावन धरती पर आयोजित इस खेल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा।
इस सम्पूर्ण तीरंदाजी प्रतियोगिता में पंजाब ने प्रथम स्वर्ण व महाराष्ट्र ने रजत पदक हासिल किया।
वहीं इस खेल प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन करने वाले खिलाड़ियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भगवान राम की जन्मस्थली पर उन्हें जीत के रूप में आर्शीवाद मिला है। आगे वह ऑलम्पिक में भी अपना स्थान बनाने का प्रयास करेंगे।
राष्ट्रीय स्तर की इस खेल प्रतियोगिता में अयोध्या नगर निगम,जिला प्रसाशन,राम मंदिर ट्रस्ट,पुलिस प्रसाशन,जीआईसी अयोध्या का विशेष सहयोग रहा।
-भानु प्रकाश नेगी,हिमवंत प्रदेश न्यूज अयोध्या उत्तर प्रदेश