प्रथम आर्चरी लीग के सफल आयोजन के बाद उत्तराखंड में आर्चरी का स्वर्णिम काल शुरू

 

After the successful organization of the first Archery League, the golden era of Archery begins in Uttarakhand.

 

देहरादूनःउत्तराखंड में तीरंदाजी खेल तेजी से लोकप्रिय होने लगा है। हॉल ही में आयोजित देश के प्रथम आर्चरी लीग के बाद यहां के खिलाडियों का हौसला बुलंद नजर आया है। उत्तराखंड में तीरंदाजी के भीष्म पितामह माने जाने वाले भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष का सपना सच हुआ जब पहली बार देश के प्रथम आर्चरी लीग का आयोजन उत्तराखंड में आयोजित हुआ। इससे पहले 2018 में उत्तराखंड में एसोसिएसन द्वारा पहली राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उत्तराखंड आर्चरी एसोशिएसन का सफर वर्ष 2006 में मसूरी के एक कैम्प से शुरू हुआ और वर्तमान समय यह एसोसिएयन 600 से अधिक आर्चरों को प्लेटफार्म दें चुकी है। जिसमें कई खिलाडी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर चुके है। एसोसिएसन द्वारा अभी भी प्रदेश के 22 स्थानों पर आर्चरी के प्रशिक्षण आयोजित किये जा रहे है।
प्रतियोगिता की खास बात यह रही कि राज्य स्तरीय खिलाडियों को वर्ड रैकिंग हासिल कर चुके अर्जुन अर्वाडी खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला है। जिसमें दिल्ली के अभिषेक बर्मा वर्ड रैकिंग थर्ड,महाराष्ट्र के प्रथमेश वर्ड रैंकिग फोरथ, बर्ड रैकिंग6 पर ओजस सामिल है। इन खिलाडियों का कहना है कि आर्चरी लीग राज्य स्तरीय खिलाडियों को बुस्टअप करने में मदद करेगी यह बहुत अच्छा प्लेटफार्म है। यहां पर जो वातावरण है उसका खिलाडी बेहतर लाभ ले सकेंगे।
आर्चरी लीग के प्रथम टीम ओनर्स टिहरी राईडस,नैनीताल ईलेटस व कोटद्वार कॉमेन्टस,दून वेरिर्यस,केदार सेंटर इस प्रतियोगिता को लेकर काफी उत्साहित नजर आये । उन्होंने भविष्य में आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का पूर्ण सहयोग करने की बात कही है।
पहली आर्चरी लीग के आयोजक व उत्तराखंड तीरंदाजी एसोशिएसन के सचिव आशीष तोमर का कहना है कि इस प्रतियोगिता का उददेश्य देशभर के खिलाड़ियों में आर्चरी के प्रति का्रंति लाना है। साथ ही आगमी राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाडियों को मानसिक तौर पर तैयार करना है।
आर्चरी की प्रथम लीग के आयोजन से जहां आयोजकों को आगामी समय में इससे भी बडे़ स्तर पर प्रतियोगिता कराने का अनुभव हुआ है। वहीं इस प्रतियोगिता में अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों के साथ खेलकर राज्य स्तरीय खिलाडियों का मनोबल बढ़ा है। राज्य स्तरीय तीरंदाजों को इस आर्चरी लीग में ऑलम्पिक जैसा माहौल अपने प्रदेश में मिला है जिसका फायदा आगामी राष्ट्रीय खेलों में यहां के खिलाडियों को मिलेगा। जो उत्तराखंड तीरंदाजी एसोसिएसन के अथक प्रयासों व भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह तोमर की सकारात्मक सोच का परिणाम है। आगामी समय में इसी प्रकार तीरंदाजी खेल को बढ़ावा मिलता रहे तो वह दिन दूर नहीं जब राष्ट्रीय व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के खिलाड़ी इस खेल में प्रदेश व देश का नाम रोशन करेंगे।
भानु प्रकाश नेगी,हिमवंत प्रदेश न्यूज परेड ग्राउंड देहरादून