यह जीत पार्टी के सुव्यवस्थित तंत्र और मोदी के मंत्र की जीत है : भट्ट
देहरादून : भाजपा ने 3 राज्यों में हासिल जीत को पार्टी के व्यवस्थित तंत्र और मोदी जी के मंत्र की जीत बताया है । इससे तय है कि इससे उत्तराखंड मे निश्चित रूप से राज्य मे पाँचों सीटों पर भाजपा जीत हासिल करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि इस जीत ने तय कर दिया कि देवभूमि की पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा हैट्रिक लगाने जा रही है। उन्होंने इस जीत को भाजपा सरकारों के सुशासन और कांग्रेस सरकारों के कुशासन का नतीजा बताते हुए तंज किया कि स्थानीय कांग्रेस को अधिक दिमागी कसरत से बचना चाहिए ।
पांच राज्य में आए चुनाव परिणामों पर मीडिया से बातचीत करते हुए भट्ट ने कहा, यह जनादेश मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के सुशासन और राजस्थान , छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकारों के कुशासन पर है । उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के काम समाज के अंतिम व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने में सफल हो रहे हैं। साथ ही हमारी प्रदेश सरकारें विशेषकर मध्यप्रदेश सरकार ने अनेकों जनकल्याणकारी योजनाओं का सफल संचालन कर जन जन का विश्वास जीता है । वहीं कांग्रेस की गहलौत सरकार ने राजस्थान को महिला अपराधों, पेपर लीक करने और सनातन पर किए गए हमलों में नंबर एक राज्य बनाया । साथ ही बघेल सरकार ने महादेव को भी नही बक्शा और छत्तीसगढ़ियों के खून पसीने की कमाई को सट्टे में लुटाने का काम किया । उन्होंने कहा कि यह जीत मोदी जी के कामों पर जनता के विश्वास का परिणाम है । हमने वहां रिकॉर्ड सीटें ही नही जीती बल्कि मतप्रतिशतों में भी रिकॉर्ड वृद्धि हासिल की है । सत्ता में होने के बावजूद,मध्यप्रदेश में विगत चुनावों के मुकाबले 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी करते हुए लगभग 49 प्रतिशत मत प्राप्त करना बताता है कि हमारे काम जनता में नीचे तक पहुंचे हैं । इसी तरह छत्तीसगढ़ में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 46.27 फीसदी मत साबित करता है कि जनता कांग्रेस सरकार की लूट का हिसाब लेना चाहती है । वहीं राजस्थान में भी जनता का पहले से अधिक विश्वास जताते हुए लगभग 42 प्रतिशत मत भाजपा को मिलना बताता है कि जनता कांग्रेस सरकार से कितना त्रस्त थी ।
भट्ट ने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को वहां की हार पर समीक्षा को लेकर अधिक माथापच्ची नही करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भी चुनाव में एक से बढ़कर एक गारंटी दी थी, लेकिन जनता उनकी वारंटी और भाजपा की गारंटी का फर्क बखूबी पहचानती है । उसपर मोदी जी की उपलब्धियों का ट्रेक रिकॉर्ड उन्हें गारंटियों को भी पूरा करने की गारंटी साबित करता है । लिहाजा 2014 से लगातार हार से खाली बैठे कांग्रेसियों को बेकार की दिमागी कसरत से बचना चाहिए । उन्हें विचार करना चाहिए कि जब देश भर में उनके नेता और सहोयोगी पार्टी के नेता सनातन को समाप्त करने की कसमें खा रहे हैं तो उनकी जुबान खामोश क्यों हैं । जब हारे गए राज्यों में सर तन से जुदा करने वाली प्रवृत्तियां फन फैल रही थी तो उन्हे क्यों सांप सूंघा गया था? जब वहां सरकार के संरक्षण में नियुक्ति प्रक्रिया में पेपर लीक का रिकॉर्ड बन रहा था तो उन्हे क्यों आपत्ति नहीं हुई और जब वहां सदन में मंत्री मातृ शक्ति के अपमान को मर्दानगी से जोड़ रहे थे तो क्यों विरोध में उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं पौरुष नही जगा।
भट्ट ने कहा, राज्य के मतदाता बहुत विवेकशील है और स्थानीय कांग्रेस नेताओं की तमाम ज्वलंत मुद्दों पर जाहिर मतलब परस्ती को देख समझ रही है । तीनों राज्यों में मिली प्रचंड जीत से प्रदेश की जनता में उत्साह का यह सैलाब, पांचों लोकसभा सीटों पर एकतरफा जीत की गारंटी दे रहा है ।