ब्रिगेड आफ द गार्ड्स रेजिमेंट के पूर्व सैनिकों का वार्षिक मिलन सम्मेलन नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ सम्पन्न

The annual meeting of the ex-servicemen of Brigade of the Guards Regiment concluded with best wishes for the New Year.

 

देहरादून: गोर्खाली सुधार सभा गढ़ी कैंट में ब्रिगेड आफ दि गार्ड्स रेजिमेंट के पूर्व सैनिकों का वार्षिक सम्मेलन कैप्टन गजेन्द्र सिंह छेत्री की अध्यक्षता में अपनी नई पुरानी यादों को साझा करते हुए और एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाओं को इजहार करते हुए बढ़े जोशो खरौश के साथ सम्पन्न हुआ।इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि मेजर जनरल (से नि) सी बी गुप्ता साहब थे।इस सम्मेलन के संयोजक कैप्टन जगदीश प्रसाद गौतम थे तथा मंच संचालक कैप्टन मेहरबान सिंह रावत थे। सम्मेलन में सभी पूर्व सैनिक, वीर नारियां, आश्रित और वयोवृद्ध पूर्व सैनिक उपस्थित थे। सम्मेलन के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि महोदय के साथ दीप प्रज्ज्वलित किया गया तत्पश्चात दो मिनट का मौन धारण करके शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अतिथियों के स्वागत सम्मान के बाद शैक्षणिक छेत्र में अच्छा नम्बर लाने वाले छात्र छात्राओं को 5000 पांच हजार की धनराशि देकर मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया।यह रिवाज मुख्य अतिथि जनरल गुप्ता साहब ने कुछ सालों से प्रारम्भ किया। इसके बाद मंच संचालक कैप्टन मेहरबान सिंह रावत जी ने ब्रिगेड आफ द गार्ड्स रेजिमेंट के स्वर्णिम इतिहास पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए कहा कि:-
ब्रिगेड आफ द गार्ड्स की स्थापना फील्ड मार्शल जनरल के एम करिअप्पा साहब ने इंग्लैंड की रायल गार्ड्स के तर्ज़ पर भारत की चुनी हुई बटालियनों से की। प्रारम्भ में ब्रिगेड आफ द गार्ड्स भारत के राष्ट्रपति महोदय के अंग रक्षक हुआ करते थे लेकिन बाद में लड़ाकू सेना में शामिल किया गया। उच्च कोटि का अनुशासन और सुन्दर ड्रिल वेशभूषा के आधार पर इस रेजिमेंट को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की परेड पर सर्व प्रथम मार्च करने का गौरव भी प्राप्त है।
रेजिमेंट ने रणक्षेत्र में उच्च कोटि का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए परम वीर चक्र सहित अनेकों सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अपने नाम किया। इसके साथ ही रेजिमेंट के सैनिकों ने खेल जगत में विश्व स्तरीय तक्कमे भी अपने नाम किए।
इस रेजिमेंट के उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्यों को देखकर अब इसकी 22 बटालियनें मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में तब्दील की गई हैं।इसकी विशेष पहचान होने के कारण इसका नाम ब्रिगेड आफ द गार्ड्स (मैक) रखा गया है। इसके साथ ही इसकी दो आर आर बटालियन भी हैं। इस रेजिमेंट का मुख्य उद्देश्य (मोटो) पहला हमेशा पहला” है।
इस सम्मेलन के अन्त में छोटी बच्ची स्कूली छात्रा के द्वारा सुन्दर कथक नृत्य प्रस्तुत किया गया। और अन्त में मुख्य अतिथि ने नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए इस सम्मेलन को इसी भांति आगे भी आयोजित करने का विश्वास जताया।
इस सम्मेलन में ब्रिगेडियर (से नि) जी यस बाथ, ब्रिगेडियर (से नि) एस के एस नेगी,कर्नल (से नि)एस के छेत्री, कर्नल के एस नेगी, कैप्टन पूरन सिंह छेत्री उम्र 90 वर्ष, सुबेदार मुकुन्द सिंह रावत उम्र 88 वर्ष, कैप्टन जगदीश प्रसाद गौतम, कैप्टन गजेन्द्र सिंह छेत्री, कैप्टन आलम सिंह भण्डारी, कैप्टन परमानन्द ध्यानी , कैप्टन बीरेंद्र सिंह भण्डारी, सुबेदार शंकर सिंह छेत्री, कैप्टन सूरज सिंह रावत, कैप्टन दरबान सिंह सभी उपस्थित थे।