थालाबैंड में पांडव लीला में चक्र व्यूह का किया गया मंचन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु रहे मौजूद

 

Chakra Vyuha was staged in Pandav Leela in Thalaband, hundreds of devotees were present.

चमोली के विकासखंड पोखरी के ग्राम पंचायत थाला बैंड में चक्र व्यूह का मंचन किया गया जिसका उद्घाटन क्षेत्रिय विधायक राजेंद्र भंडारी ने किया जिसमें ग्रामीणों ने फूल मालाओं से स्वागत किया ।
आचार्य बासुदेव थपलियाल ने बताया वीर अभिमन्यु के चक्रव्यूह भेदने, दुर्योधन द्वारा छल पूर्वक उसके अस्त्र-शस्त्र रखवा लेने, सात महारथियों द्वारा उसे मारने का आकर्षक संजीव मंचन किया गया।
दुर्योधन की कुटिल चाल के चलते पांडवों के अर्जुन को युद्ध क्षेत्र से बाहर भेजकर कौरवों के सेनापति गुरु द्रोणाचार्य को उकसाकर पांडव वध का प्रण कराने के साथ चक्रव्यूह की रचना कराने करते हैं।
अर्जुन के मौजूद न होने पर चक्रव्यूह भेदन के लिए माता सुभद्रा से आज्ञा लेकर युद्ध में जाना, व्यूह के सातों द्वारों पर मौजूद कौरव महारथियों को धूल चटाते हुए विजय पाना, चक्रव्यूह भेदन के बाद अभिमन्यु के साथ छल करके दुर्योधन ने गले लगाने की बात करते हुए कहा कि पुत्र यदि तू अपने अस्त्र-शस्त्र फेंककर मेरे गले लग जा तो कौरवों व पांडवों की कटुता हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी और युद्ध खत्म हो जाएगा। दुर्योधन की बात पर अभिमन्यु ने भरोसा किया और जैसे ही अपने शस्त्र छोड़े तभी चक्रव्यूह के सातों महारथियों ने उसे पकड़कर मार दिया। इस दृश्य को देखकर दर्शकों की आंखों में आंसू आ गए ।
वहीं विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए चक्रव्यूह हमें सत्य पर चलना सिखाता है । चक्र व्यूह मंच को देखने के लिए सैकड़ों
की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे
इस अवसर पर आचार्य बासुदेव थपलियाल, सन्तोष चौधरी, सतेन्द्र सिंह, दिनेश नेगी, सुलोचना देवी दिनेश प्रसाद भट्ट सहित तमाम लोग मौजूद थे