भालू का आतंक: पोखरी में ग्रामीणों का फूटा आक्रोश, थाली-भोपू के साथ तहसील तक निकाली रैली

Terror of bear: Villagers erupted in anger in Pokhari, took out a rally to the tehsil with thali-bhoopu

 

पोखरी (चमोली)।
उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपदों में बीते कई महीनों से जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात ऐसे बन गए हैं कि ग्रामीणों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है। महिलाएं खेतों में जाने से डर रही हैं, वहीं बच्चों को स्कूल भेजना भी मुश्किल हो गया है।

चमोली जनपद के पोखरी विकासखंड में बीते माह एक महिला पर भालू के हमले के बाद से क्षेत्र के कई गांवों में भालू की लगातार आवाजाही देखी जा रही है। इससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। भालू के बढ़ते आतंक से परेशान पोखरी विकासखंड के दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने थाली व भोपू बजाते हुए पोखरी तहसील तक रैली निकाली।

रैली के दौरान ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी पोखरी अबरार अहमद के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं वन मंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने जंगली जानवरों, विशेषकर भालू के बढ़ते आतंक से निजात दिलाने की मांग की।

ग्रामीणों का कहना है कि भालू के डर से महिलाएं खेतों में काम नहीं कर पा रही हैं और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने सरकार से इस दिशा में शीघ्र और ठोस कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीण रविन्द्र सिंह, जिला पंचायत सदस्य बीरेन्द्र राणा एवं पूर्व प्रधान धीरेन्द्र राणा ने बताया कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।

वहीं उपजिलाधिकारी पोखरी अबरार अहमद ने बताया कि क्षेत्र से लगातार भालू के आतंक की शिकायतें मिल रही हैं। ग्रामीणों द्वारा सौंपा गया ज्ञापन राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को शीघ्र अग्रसारित किया जा रहा है, ताकि समस्या का समाधान किया जा सके।