राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून द्वारा ग्रामीण कारीगर/स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) / कृषक उत्पादक संगठन (एफ़पीओ) / कृषीतर उत्पादक संगठन (ओएफ़पीओ) एवं अन्य हितधारकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से “नाबार्ड हस्तशिल्प मेला 2023” के रूप में राष्ट्रीय स्तर के हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया गया। इस भव्य हस्तशिल्प मेले का आयोजन दिनांक 01 – 08 नवम्बर, 2023 तक श्री गुरु नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज, प्ले ग्राउंड, रेसकोर्स, देहरादून में किया गया। मेले में उत्तराखंड राज्य सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए कारीगरों द्वारा अपने राज्य के प्रमुख हस्तशिल्प उत्पाद प्रदर्शित किए गए। नाबार्ड हस्तशिल्प मेला में लगभग 100 स्टॉल लगाए गए थे। मेले में विभिन्न उत्पाद जैसे – कश्मीर का पश्मीना शाल, हिमाचल प्रदेश का गिलोय मिश्रित अचार तथा हिमाचली टोपी, झारखंड की जादोपटिया तथा सोहराय चित्रकारी, कर्नाटक बीड आभूषण, मध्यप्रदेश के बाग प्रिंट उत्पाद, पंजाब के फुलकारी सूट, राजस्थान के बागरु हैंड ब्लॉक प्रिंट (जीआई उत्पाद), तेलंगाना के कढ़ाईगीरी उत्पाद, उत्तरप्रदेश के टेराकोटा तथा जूट उत्पाद, हरियाणा की जयपुरी रज़ाई तथा सुजनी आदि मुख्य आकर्षण रहे। इसके अतिरिक्त मेले में उत्तराखंड के सभी जीआई (GI) उत्पाद यथा तेजपात, बासमती चावल, ऐपण, दन, मुन्श्यारी राजमा, रिंगाल, टमटा, थुलमा एवं च्यूरा भी प्रदर्शित किए गए।
मेले के दौरान प्रदर्शनी तथा बिक्री गतिविधियों के साथ ही अलग-अलग दिन सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया, दिनांक 02 नवंबर तथा 04 नवंबर को बाउरी लोक संस्कृति गीत एवं सामाजिक संस्थान द्वारा उत्तराखंड राज्य के लोक नृत्य, 05 नवंबर को रवि म्यूज़िकल ग्रुप द्वारा ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रम तथा 07 नवंबर सरस्वती कला केंद्र, देहरादून की बालिकाओं द्वारा भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी गयी।
मेले का उद्घाटन दिनांक 01 नवम्बर, 2023 को माननीय भगत सिंह कोश्यारी जी, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड तथा पूर्व राज्यपाल, महाराष्ट्र के कर-कमलों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र में श्री हरिहर पटनायक,अध्यक्ष, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, नीरज बेलवाल, प्रबंध निदेशक, उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक सहित नाबार्ड उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय के स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।
आयोजन के दौरान विभिन्न गणमान्य नागरिकों द्वारा मेले का भ्रमण किया गया। दिनांक 07 नवंबर को रितु खंडूरी, विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मेला भ्रमण किया गया तथा प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया गया।
मेले को जनता का भरपूर सहयोग तथा समर्थन मिला एवं कारीगरों के उत्पादों की बड़ी मात्रा में बिक्री हुई। आठ दिवसीय मेला अवधि में लगभग 1.5 करोड़ रु. की बिक्री हुई, जो दर्शाता है कि यह मेला हस्तशिल्प कारीगरों को प्रोत्साहन प्रदान करने तथा उनके उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के अपने प्रयोजन की प्राप्ति में सफल सिद्ध हुआ है।