PhD entrance examination was successfully organized at Shri Guru Ram Rai University, a total of 140 candidates from different states of the country participated
एस.जी.आर.आर. विश्वविद्यालय में 34 विषयों
के लिए हुई पी.एच.डी प्रवेश परीक्षा
देश के विभिन्न राज्यों से आए छात्र-छात्राओं ने किया प्रतिभाग।
लिखित परीक्षा एवम् गुणवत्ता युक्त शोध विश्वविद्यालय की प्राथमिकता।
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा का सफल आयोजन किया गया। प्रवेश परीक्षा का आयोजन 34 विषयों में किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से कुल 140 परीक्षार्थियों ने प्रतिभाग कर अपनी अकादमिक क्षमता का परिचय दिया। परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में गंभीर शैक्षणिक वातावरण देखने को मिला।
विश्वविद्यालय के माननीय प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि “गुणात्मक रिसर्च किसी भी विश्वविद्यालय की असली पहचान होती है। हमारी प्राथमिकता है कि श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में किए जाने वाले शोध कार्य न केवल अकादमिक स्तर पर बल्कि समाज और राष्ट्र के हित में भी उपयोगी सिद्ध हों। हमारी कोशिश है कि यह विश्वविद्यालय अपने शोध कार्यों के लिए देश और विदेश तक ख्याति प्राप्त करे।”
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डाॅ0) कुमुद सकलानी ने भी रिसर्च गतिविधियों को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “विश्वविद्यालय में उच्चस्तरीय शोध को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि यहाँ ऐसे शोध हों जिनसे उत्तराखंड सहित पूरे देश और वैश्विक समाज को फायदा पहुँचे।”
रिसर्च डीन डाॅ0 अशोक सिंह भण्डारी ने बताया कि इस बार 140 प्रतिभागियों ने लिखित परीक्षा दी। लिखित परीक्षा (आर.ई.टी.) में सफल होने वाले अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया जाएगा और तत्पश्चात मेरिट लिस्ट के आधार पर ही अंतिम चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य है कि केवल वही छात्र शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ें जिनमें गुणवत्ता, शोध क्षमता और अकादमिक प्रतिबद्धता हो।
परीक्षा के सफल संचालन में परीक्षा केन्द्र अधीक्षक डाॅ0 सोनिया गम्भीर, उप केन्द्र अधीक्षक डाॅ0 प्रदीप सेमवाल, डाॅ0 मोनिका बंगारी, डाॅ0 नवीन गौरव, डाॅ0 रेखा ध्यानी के साथ-साथ अनुभाग अधिकारी विरेन्द्र सिंह गुसांई, गणेश कोठारी, ज्योति नेगी और भारत जोशी का विशेष सहयोग रहा।