नंदानगर आपदा: राहत शिविरों में कर्मचारियों की निस्वार्थ सेवा, भोजन से लेकर व्यवस्था तक निभा रहे जिम्मेदारी

Nandanagar disaster: Selfless service by staff at relief camps, handling responsibilities ranging from food to arrangements

 

चमोली। 17 सितंबर 2025 को नंदानगर घाट क्षेत्र के कुन्तरी, फॉली और धुर्मा में भारी बारिश व बादल फटने से कई परिवार बेघर हो गए। प्रभावितों के लिए प्रशासन द्वारा मारिया आश्रम एवं बारात घर में राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां पीड़ित परिवारों के रहने और खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।

विशेष बात यह है कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों की सेवा में नंदानगर व घाट विकासखंड के कर्मचारी पूरी निष्ठा और निस्वार्थ भावना से जुटे हुए हैं। वे आश्रय में रह रहे लोगों को सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात्रि का भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ खुद भोजन तैयार भी कर रहे हैं।

कर्मचारी जहां एक ओर शिविरों में प्रभावितों की देखरेख कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभागीय कार्यों के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर दैनिक कार्यों का निर्वहन भी कर रहे हैं। आपदा की इस घड़ी में कर्मचारियों की यह सेवा भावनापूर्ण भूमिका लोगों के लिए सहारा बन रही है।