Garhkothig fair is a symbol of folk culture, food and folk traditions of Uttarakhand.
13 से 17 नवम्वर को आयोजित होगा 5 दिवसीय गढ़ कौथिग मेला
संस्था की सर्वसमिति बैठक में लिया गया 5 दिवसीय गढ़ कौथिग मेले का निर्णय।
उत्तराखंड के राज्य स्थापना दिवस पर हर साल आयोजित होता है भव्य मेला
उत्तराखंड की लोकसंस्कृति,खानपान,लोक परम्पराओं का प्रतीक है गढ़कौथिग मेला।
देहरादूनःगढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्ट टाउन के गढ़भवन में संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यो की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान हर साल राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित किये जाने वाले वाले गढ़ कौथिग मेले की तिथि तय की गई। बैठक के दौरान सर्वसमिति से निर्णय लिया गया कि इस बार का मेला 13 नवंम्बर से 17 नवंम्बर 2024 तक आयोजित किया जायेगा। बैठक के दौरान इस मेले की अवधि पहली बार तीन दिन से बढ़ाकर 5 दिन की गई है।
इस अवसर पर संस्था के सचिव दीपक नेगी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की खुशी हर साल आयोजित किये जाने वाले मेले को तीन दिन से बढ़़ाकर पांच दिन कर दिया है। इस बार के गढ ़कौथिग मेले में अधिक अधिक पहाड़ी उत्पादों,खानपान व संस्कृति को प्रोत्साहित व प्रचारित व प्रसारित किया जायेगा। मेले के लिए आयोजित आगामी बैठक में सभी पदाधिकारियों व सदस्यों की कोर कमेठी टीम बनाकर उन्हें खास जिम्मेदारियों दी जायेगी।
वही गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था के अध्यक्ष ओ.पी. बहुगुणा ने कहा कि गढ़ कौथिक मेले के सफल आयोजन में संस्था के सभी पदाधिकारियों सदस्यों के सहयोग की आवश्यकता है। जिससे इस मेले को सफल बनाया जा सके। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष रधुनंदन सिंह रावत,कर्नल (रिर्ट.) एच.एम. बर्थवाल,सुन्दरलाल सेमवाल, पूर्व महासचिव जयपाल सिंह रावत,लोक गायिका अंजू बिष्ट,सांस्कृतिक सचिव अनुराधा ध्यानी,वरिष्ठ सदस्य मनोरंजन थपलियाल,सुबेदार बादर सिंह रावत,सुबोध नौटियाल,कैप्ट आलम सिंह भण्डारी आदि ने गढ़ कौथिग मेले के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये।
बैठक के दौरान अरूण थपलियाल,ईश्वर सिंह नेगी,अशोक कुमार सुन्द्रियाल,नरेन्द्र कोटनाला,उमराव सिंह गुसाई,उत्तम सिंह रौथाण,वाचस्पति विडालिया,रमेश चमोली,रंजन नौटियाल,डीपी बडोनी,जितेन्द्र खंतवाल,जशवंत सिंह चॉदकोटि समेत अनेक सदस्य मौजूद रहे।