मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि बोली भाषा को बोलने में नई पीढ़ी संकोच करती है। कौथिगों के माध्यम से हमारी नई पीढ़ी पहाड़ की संस्कृति को जानती है।
हमें अपनी दूधबोलि भाषा को अपने बच्चों को सिखाना जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे मोटे आरोपों को विश्व पटल पर पहुचाने का काम किया है।हमें अपने लोकल प्रोडक्ट पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।