उत्तराखंड गर्वमेंट एसेट मैनेजमेट पोर्टल के तहत विभागों की परिसंपत्तियों का होगा पॉलिगन।

Under the Uttarakhand Government Asset Management Portal, the assets of the departments will be polygonized.

 

 

विभाग अपनी परिसंपत्तियों का शीघ्र करें सीमांकन : जिलाधिकारी।

 

जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में  विभागीय परिसंपत्तियों की डिजिटल पॉलीगन (सीमांकन) कार्य की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने विभागवार पॉलीगन कार्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को शीघ्र परिसंपत्तियों का चिन्हिकरण व सीमांकन करने के निर्देश दिए।

कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वे अपने विभाग की सभी परिसंपत्तियों की सीमाओं को चिन्हित कर निर्धारित पोर्टल में समय से अपलोड करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता के तहत विभागीय परिसंपत्तियों की निगरानी के लिए यह कार्य अति आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जिला स्तर पर पोर्टल में डेटा अपलोड करने में हो रही समस्याओं का समाधान करने के ई-डिस्ट्रिक मैनेजर को निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को पॉलिगन कार्य की प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने और उप जिलाधिकारियों को कार्य में तेजी लाते हुए शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।

बैठक में ई-डिस्ट्रिक मैनेजर जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तराखंड गर्वमेंट एसेट मैनेजमेट पोर्टल के तहत सभी विभागों की परिसंपत्तियों का पॉलिगन तैयार किया जाना है। जनपद में विभागों की ओर से 90 फीसदी पॉलिगन तैयार कर लिया गया है। बताया कि जनपद में सभी विभागों की कुल 11 हजार 142 परिसंपत्तियों का पॉलिगन किया जा जाना है। जिनमें से वर्तमान तक 9 हजार 986 परिसंपत्तियों का पॉलिगन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकि 1156 परिसंपत्तियों का पॉलिगन कार्य शेष है। कहा कि जनपद में राजस्व विभाग की सर्वाधिक 1145 परिसंपत्तियों का पॉलिगन किया जाना शेष है। जबकि वन विभाग की 87, स्वास्थ्य विभाग की 15, लोनिवि की 7 परिसंपत्तियों का पॉलिगन कार्य भी वर्तमान तक नहीं किया गया है।

इस मौके पर पुलिस उपधीक्षक अमित सैनी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अभिषेक गुप्ता, वन प्रभाग के एसडीओ विकास दरमोड़ा, प्रियंका सुंडली, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, उद्यान विभाग के योगेश भट्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। जनपद के सभी उप जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।