Senior spokesperson of Kaushalam course Sohan Singh Negi inspected various inter colleges and high schools.
कौशलम् पाठ्यक्रम: चमोली जनपद में विद्यालय निरीक्षण और प्रेरणादायक अनुभव
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत उत्तराखंड के सभी इंटर कॉलेज (अटल उत्कृष्ट को छोड़कर) और हाई स्कूलों में कौशलम् पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए SCERT के अधिकारी विभिन्न जनपदों का भ्रमण कर रहे हैं। इसी कड़ी में चमोली जनपद में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रदेश समन्वयक रवी दर्शन तोपाल और कौशलम् पाठ्यक्रम के वरिष्ठ प्रवक्ता सोहन सिंह नेगी द्वारा विभिन्न इंटर कॉलेजों और हाई स्कूलों का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान तोपाल ने विद्यालयों में उपस्थित अध्यापकों और छात्र-छात्राओं को कौशलम् पाठ्यक्रम की महत्वता समझाते हुए कहा कि 21वीं सदी में उद्यमशील मानसिकता और आधुनिक कौशलों को आत्मसात करना आने वाली पीढ़ी के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे अध्यापक और छात्र इस पाठ्यक्रम को समझने लगे हैं और इसे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास कर रहे हैं।
नेगी ने विद्यालयों में विद्यार्थियों द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया और उनकी रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे इन कौशलों को आत्मसात करते हैं, तो भविष्य में उनके रोजगार के रास्ते स्पष्ट और सशक्त होंगे।
निरीक्षण के दौरान राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, गोपेश्वर की छात्राओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें पहाड़ी हर्बल चाय और घरेलू उत्पादों की विशेष प्रस्तुति की गई। ये उत्पाद न केवल स्थानीय संसाधनों के उपयोग का उदाहरण थे, बल्कि स्वरोजगार की दिशा में एक सकारात्मक पहल भी थे।
वहीं, राजकीय इंटर कॉलेज, कनखुल के छात्र-छात्राओं ने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए एक ऑटोमेटिक डिवाइस तैयार करने का अभिनव प्रयास किया। यह डिवाइस चालक को दुर्घटना से पूर्व अलर्ट करेगा, जिससे सड़क हादसों में कमी आ सकेगी।
जिला पर्यवेक्षक, तेजेन्द्र रावत ने बताया कि SCERT द्वारा जनपद के विभिन्न विद्यालयों में किया गया निरीक्षण अत्यंत प्रेरणादायक था। इससे अध्यापकों और छात्रों की समझ को स्पष्ट करने में काफी मदद मिली है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस प्रकार के भ्रमण और निरीक्षण से कौशलम् पाठ्यक्रम को और भी प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य श्री ललित बिष्ट,सुबोध कुँवर, प्रवक्ता योगेंद्र पुंडीर,चंदा चौधरी उपस्थित रहे।
इस निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और नवाचार की भावना को देखकर यह स्पष्ट हुआ कि कौशलम् पाठ्यक्रम उन्हें न केवल शैक्षणिक बल्कि व्यावहारिक जीवन के लिए भी तैयार कर रहा है।