Chief guest of the fair, Brigadier Vinod Singh Negi inaugurated the fair by lighting the lamp.
चमोली :चार दिवसीय राजकीय शोर्य महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुभारम्भ हुआ। मेले के मुख्य अतिथि बिग्रेडियर विनोद सिंह नेगी ने दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का शुभारम्भ किया।सबसे पहले क्षेत्र की महिलाओं द्वारा विक्टोरिया क्रास दरबान सिंह नेगी के पैतृक गांव कफारतीर से मेला ग्राउड तक कलश यात्रा निकाली गयी। उसके बाद आर्मी के जवानों ने ब्रॉसबेण्ड प्रस्तुति से दर्शको का मनमोहा। स्कूली बच्चों, महिला मंगल दलों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयी।
यह मेला हर साल विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह की स्मृति में आयोजित किया जाता है। श्री दरवान सिंह नेगी का जन्म 4 मार्च 1883 को ग्राम कफारतीर विकासखण्ड नारायणबगड में हुआ था। 18 वर्ष की उम्र में वे गढ़वाल राइफल में भर्ती हो गये। प्रथम विश्वयुद्ध में उनके अदम्य शौर्य, वीरता व पराक्रम को देखते हुए किंग जार्ज प्रथम ने उन्हें बिट्रेन का सर्वोच्च सम्मान विक्टोरिया क्रास प्रदान किया। इनकी याद में लैंसडाउन स्थित गढ़वाल राइफल के रेजिमेंटल म्यूजियम का नाम दरवान सिंह संग्रहालय रखा गया।
उनके इस शौर्य को देखते हुए अंग्रेजी प्रशासन ने उनके इस पराक्रम के स्वरूप् कुछ मांगने को कहा इस पर उन्होंने कर्णप्रयाग में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल एवं ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेलवे लाइन बिछाने की इच्छा जताई थी जिस पर अंग्रेजों ने 1918 में कर्णप्रयाग में मिडिल स्कूल की स्थापना की और ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलमार्ग पर रेलवे लाइन बिछाने हेतु 1918 से 1924 तक सर्वेक्षण कार्य किया गया।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि कर्नल डीएस वर्तवाल, भुवन नौटियाल, अध्यक्ष लखपत सिंह नेगी,सचिव गम्भीर सिंह नेगी, ग्राम प्रधान दर्शन सिंह नेगी सहित क्षेत्रवासी मौजूद रहे।