रावल देवता दिवारा यात्रा समिति के द्वारा किया जा रहा है हर दिन धियाणियों का सम्मान

Rawal Devta Diwara Yatra Committee is honoring Dhiyanis every day.

 

रावल देवता बन्याथःलोक जागर गायिका सीमा गुसाई के जागर भजनों पर झूमे भक्त।

लोक कलाकार गायक दिनेश नेगी व रेखा नेगी ने फिर बांधा कार्यक्रम में समा।

महिला ने लोकनृत्य,लोकगीत झूमेलो की प्रस्तुती से किया सभी भक्तों का मनोरंजन।

रूद्रप्रयाग(विजराकोट):रावल देवता वन्याथ महा अनुष्ठान के तीसरे दिन विधिवत पंच पूजा के बाद महायज्ञ आरम्भ किया गया। महायज्ञ के दौरान भगवान यज्ञ पुरूष के विवाह का लोक उत्सव में भक्तों ने ढ़ोल दमाउ की मस्त धून पर जमकर नृत्य किया। रावल देवता बन्याथ महा अनुष्ठान यज्ञ के चतुर्थ दिवस कीर्तन मण्डली जखेड़ा बुरासी के भक्तों द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।


रावल देवता बन्याथ सांस्कृतिक कीर्तन भजन समिति के सानिध्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोक जागर गायिका सीमा गुसाई के जागर भजन गीत “देवा हो देवा रावल नाम लाटू च संग तेरा“ पर भक्तजन जमकर झूमे। सीमा गुसाई ने अपने परम्परागत अंदाज में नृसिंग जागर बाल भगवान का भी जागर गाया जिस पर सभी भक्त मंत्र मुग्ध हो गये। कार्यक्रम में जैंगी गांव से पधारे लोक कलाकार दिनेश नेगी व रेखा नेगी ने रावल देवता लाटू देवता पर शानदार भजन गीत गाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया।
इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा अनेक गीतों व लोक नृत्यों की सुन्दर प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें विजराकोट,गैर,जखेड़ा,रावलधार,मध्यगांव विजराकोट की महिलाओं के द्वारा लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। वही मध्य गांव विजराकोट व पुड़ियास की महिलाओं ने कीर्तन प्रस्तुत किये। मध्यगांव विजराकोट की महिलाओं के द्वारा परम्परागत झूमेलो नृत्य किया गया। मध्यगांव विजराकोट की मंजू देवी के द्वारा एकल गीत की प्रस्तुती दी गई। रावल देवता दिवारा यात्रा समिति के अध्यक्ष वृजमोहन पंवार व मानवेन्द्र पंवार ने भी शानदार एकल भजन गीत गाये।

रावल देवता बन्याथ महा अनुष्ठान यज्ञ में जैसे जैसे दिन बीतते जा रहे है वैसे वैसे दूर दूर के भक्तों का तांता लगता जा रहा है। महा अनुष्ठान यज्ञ में सभी भक्तजन तन-मन-धन से अपना भरपूर सहयोग दे रहे है। भक्ति मय महौल में विधिवत प्रातःकाल 3 बजे से शांयकाल 3 बजे तक आयोजित किये जा रहे है। शांयकालीन आरती 7ः30 बजे समापन्न के बाद अनुष्ठानियों को प्रसाद ग्रहण करते है। जबकि रावल देवता के अन्नय भक्त 10 बजे रात्रि से देर रात तक भजन व कीर्तनों पर झूमते रहते है।
कार्यक्रम का संचालन सयोजक सुनील पंवार,मानवेन्द्र पंवार,वृजमोहन पंवार सचिव नरेश पंवार के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम के दौरान संरक्षक गोपाल सिंह पंवार,नंदा पंवार,जीतपाल सिंह पंवार,देवेन्द्र ंसिंह पंवार,नंन्दन सिंह, अध्यक्ष वृजमोहन सिंह पंवार,संयोजक सुनील पंवार, सह-संयोजक जयदल राणा, सचिव नरेश बिष्ट,कोषाध्यक्ष कुलदीप सिंह पंवार,सह कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह बुटोला,,ब्रहमगुरू जगदंम्बा प्रसाद बंेजवाल, भूमियाल गुरू अरूण प्रसाद खनाई,कालिका प्रसाद खनाई,रमेश खनाई,शिव प्रसाद खनाई,प्रांकुर खनाई,हरि प्रसाद काण्डपाल,र्दीधायु प्रसाद काण्डपाल,रविन्द्र काण्डपाल,दुर्गा प्रसाद काण्डपाल,शिव प्रसाद मलवाल, विनोद पंवार,आकाश पंवार,भूपेन्द्र बुटोला,राजेन्द्र पंवार,विपिन राणा,विजय पंवार समेत समस्त बानी गांवों के सदस्य महिला मंगलदल,युवक मंगलदल समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।