Workshop organized at Dewal Van Panchayat rest house for protection of forests
चमोली :देवाल विकासखंड में वन पंचायत विश्रामगृह में अग्नि सुरक्षा को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर विकासखंड सरपंचों और वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुई वन क्षेत्राधिकारी नारायणगढ़ अखिलेश भट्ट ने कहा कि हम सब लोगों को सर्वप्रथम वनों को आग से बचना चाहिए और वनों की सुरक्षा का प्रयास करना चाहिए, इससे न केवल वन बचेंगे बल्कि वन्यजीव भी सलामत रहेंगे।
कार्यशाला में विभिन्न गांव से आये सरपंचों ने अपनी- अपनी बात रखी। इस अवसर पर वन पंचायत परामर्श दात्री संघ के अध्यक्ष रि. वन क्षेत्राधिकारी देवाल गोविंद सोनी ने कहा कि वन पंचायत को संवैधानिक दर्जा तो तो मिल गया है लेकिन आज तक भी वन पंचायत को वास्तविक अधिकार नहीं मिले हैं। उन्होंने वन पंचायतों को अपने क्षेत्र में वनों का विकास करने के लिए आर्थिक अधिकार रूप से और सम्पन्न किये जाने की बात कही। वही सरपंच कैल हेमचंद मिश्रा ने उत्तराखंड में वन पंचायत सलाहकार समिति का गठन करने की मांग की। इस दौरान सरपंचों ने वन पंचायत की भूमि पर अतिक्रमण का मामला भी उठाया।
धन सिंह भंडारी हिमवंत प्रदेश न्यूज, देवाल चमोली